‘केसरी चैप्टर 2’ X रिव्यू: अक्षय कुमार की फिल्म पर हिट का ठप्पा, लोग बोले- कुछ सीन तो कलेजा चीरने वाले हैं

अक्षय कुमार की कोर्ट रूम ड्रामा ‘केसरी चैप्टर 2’, जो जलियांवाला बाग हत्याकांड की अनकही कहानी पर आधारित है, 18 अप्रैल को रिलीज हो गई है। फिल्म में अक्षय सी. शंकरन नायर का रोल कर रहे हैं, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य से मुकाबला किया था। जानिए पहले रिव्यू में लोगों को कैसी लगी फिल्म!

Kesari Chapter 2 Review: हमारे देश में ना जाने कितने ऐसे हीरो हुए हैं जिनके बारे में हमें पता ही नहीं. कुछ के बारे में तो शायद दो चार लाइनें पता होंगी लेकिन कुछ तो ऐसे हैं जिनका नाम तक आपने नहीं सुना होगा. ये फिल्म ऐसे ही एक हीरो सी शंकरन नायर की कहानी है, और ये कहानी देखकर आपका सीन गर्व से चौड़ा हो जाएगा. आपको फख्र महसूस होगा कि हम ऐसे हिंदुस्तान में पैदा हुए हैं जहां ऐसे हीरो पैदा हुए थे. ये फिल्म हर किसी को देखनी चाहिए, क्योंकि ऐसी फिल्म सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं करती, बहुत कुछ ऐसा करती हैं जो किया जाना चाहिए.

कहानी

ये कहानी है सी शंकरन नायर की,जो एक वकील थे. अंग्रेज सरकार में अच्छे ओहदे पर भी थे, कांग्रेस के प्रेजीडेंट रहे, जलियांवाला बाग कांड के बाद उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया,और एक केस लड़ा. क्या था ये केस, क्यों उन्हें ये लड़ना पड़ा, इस केस में क्या हुआ, ये सब आपको थिएटर जाकर देखना चाहिए. 

कैसी है फिल्म

इसे फिल्म नहीं एक्सपीरियंस कहा जाना चाहिए, ये फिल्म आपको पहले फ्रेम से बांध लेती हैं और फिर बस आप इस एक्सपीरियंस का हिस्सा हो जाते हैं. आप जलियांवाला बाग कांड के पीड़ितों का दर्द महसूस करते हैं, उनकी चीखें आपको सुनाई देती हैं. आपके अंदर भी वो गुस्सा आता है जो सी शंकरन नायर के अंदर था. ये फिल्म एक सेकेंड के लिए आपको पलक झपकने का मौका नहीं देती और ऐसी फिल्म के दौरान फोन तो देखना भी नहीं चाहिए क्योंकि ये ऐसी फिल्मों की तौहीन होती है और ये बाद अक्षय कुमार ने खुद कही भी थी और ये फिल्म देखते हुए आपको उनकी ये बात सही भी लगती है. आप हैरान होते हैं कि हमारे देश में ऐसे हीरो हुए और हमें पता ही नहीं, कोर्ट के सीन कमाल के हैं. इसे इस साल की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म तो कहा ही जाना चाहिए. इस फिल्म से जुड़े सभी लोगों के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्म भी कहा जाना चाहिए.

एक्टिंग

अक्षय कुमार ने ऐसा काम किया है कि उसके लिए शब्द कम हैं. उनसे आपकी अगर कभी भी कोई शिकायत रही है तो ये फिल्म देख लीजिए वो शिकायत दूर हो जाएगी. अक्षय इस किरदार को गजब तरीके से जी गए हैं. उन्होंने इस किरदार में कमाल का कन्विक्शन डाला है और यही चीज है जो आजकल फिल्मों से गायब है. ये देखकर अक्षय के फैन नहीं हैं तो भी हो जाएंगे. माधवन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो हर तरह का किरदार बखूबी निभा सकते हैं. यहां भी वो कमाल लगते हैं और कमाल की एक्टिंग कर गए हैं. अनन्या पांडे ने पहली बार इतना इम्प्रेस किया है, उन्हें अक्सर क्रिटिसाइज किया जाता है, ट्रोल किया जाता है लेकिन अनन्या ने अपनी एक्टिंग को निखारा है और इसके लिए उनकी तारीफ की जानी चाहिए. अगर कोई खुद को बदल रहा है तो उसका साथ देना चाहिए और अनन्या यहां तारीफ की हकदार हैं. अमित सियाल का काम बहुत जबरदस्त है. 

डायरेक्शन और राइटिंग

करण सिंह त्यागी और अमृतपाल सिंह बिंद्रा ने फिल्म को लिखा है और करण सिंह त्यागी ने फिल्म को डायरेक्ट किया है. ये दोनों इस फिल्म के हीरो हैं. इन दोनों ने जो कमाल का काम किया है उसके लिए इनकी जितनी तारीफ की जाए कम है. फिल्म के हर फ्रेम पर मेहनत की है. हर किरदार को उतना इस्तेमाल किया है जितना जरूरी है. हर किरदार को हर सीन को कमाल तरीके से लिखा गया है. तारीफ करण जौहर की भी होनी चाहिए कि उन्होंने ऐसे सिनेमा को सपोर्ट किया और ऐसा सिनेमा बनाया.

कुल मिलाकर ये फिल्म देखिए, ना देखने का कोई सवाल ही नहीं

रेटिंग – 4 स्टार्स

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